MATERNITY INSURANCE करवाने से पहले जरूर ध्यान रखें ये खास बातें उसके बाद करवाएं इंश्योरेंस

MATERNITY INSURANCE नई दिल्ली :- आज के समय में हर कोई इंश्योरेंस करवाता है चाहे वह लाइफ इंश्योरेंस हो या हेल्थ इंश्योरेंस हो। लेकिन काफी बार लोग माता-पिता बनने से पहले मेटरनिटी इंश्योरेंस लेना भी पसंद करते हैं, क्योंकि दुनिया में एक नए जीवन को लाना एक बड़ी और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी हैं। हमें प्रेगनेंसी के पीरियड को हैप्पी और हेल्दी रखने के लिए काफी सारी प्लानिंग करनी होती है। अगर आप भी मेटरनिटी इंश्योरेंस करवाना चाहते हैं तो उससे पहले आज हम आपको कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देंगे, जिससे प्रेगनेंसी पीरियड को आसान बनाने में फाइनेंसियल मदद मिलेगी।

MATERNITY INSURANCE : क्या होता है मेटरनिटी इंश्योरेंस

आज के समय में हस्पताल भी नई नई तकनीक से जुड़ने लगे हैं जैसे-जैसे नई नई टेक्नोलॉजी और अस्पताल बन रहे हैं वैसे ही फीस भी बढ़ती जा रही है। इस वजह से आम लोगों को पैसे भी ज्यादा खर्च करने पड़ रहे हैं। ऐसे में अगर प्रेगनेंसी के दौरान फाइनेंशली प्लानिंग पहले से ही की जाए तो बनने वाले पेनेंट्स टेंशन फ्री हो सकते हैं। इसीलिए मेटरनिटी इंश्योरेंस करवाना कपल के लिए बेहद सहायक होगा। मेटरनिटी इंश्योरेंस लेने से प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले जितने भी खर्चे हैं उन सब से निपटने में मदद मिलेगी। मेटरनिटी इंश्योरेंस लेने के बाद रेगुलर डायग्नोस्टिक टेस्ट, गर्भवती महिला की दवा एवं हॉस्पिटल में होने वाले खर्चे पर बीमा कंपनी कवर देती हैं। आसान शब्दों में बताएं तो शिशु के जन्म से जुड़े जितने भी खर्चे हॉस्पिटल में होने वाले हैं उन सब को शामिल किया जाता हैं।

MATERNITY INSURANCE : किन किन कारणों से मेटरनिटी इंश्योरेंस करवाना है अच्छा

अगर आप मेटरनिटी इंश्योरेंस लेते हैं तो इससे गर्भवती महिला को सिक्योरिटी मिलेगी। दरअसल मेटरनिटी इंश्योरेंस लेने से हॉस्पिटल में एडमिट होने से पहले और बाद के खर्चे के लिए कवरेज दी जाती है। कुछ मेटरनिटी इंश्योरेंस में पोस्ट डिस्चार्ज कवर भी दिया जाता है, जिसके अंतर्गत गर्भवती महिला को डिलीवरी के बाद डिस्चार्ज मिलने के 60 दिन के बाद होने वाले खर्चे भी स्कीम के अंतर्गत आते हैं।

MATERNITY INSURANCE : प्रेगनेंसी के लिए इंश्योरेंस लेने पर कैशलेस

अगर आप मेटरनिटी इंश्योरेंस लेते हैं तो गर्भवती महिला को अगर हॉस्पिटल में अमरजेंसी में एडमिट होना पड़े तो उसे कैश डिपॉजिट करवाने की जरूरत नहीं होती है। हॉस्पिटल में एडमिट करवाने के बाद इंश्योरेंस कंपनी को इसकी पूरी जानकारी देनी होती है और सभी आवश्यक डाक्यूमेंट्स को जमा करवाना होता है। अगर आप मेटरनिटी इंश्योरेंस करवाते हैं तो एंबुलेंस के खर्चों को भी बचा सकते हैं। यह खर्चे भी बीमा कंपनी की तरफ से दिए जाएंगे। प्रेगनेंसी के लिए इंश्योरेंस जन्म लेने वाले शिशु के लिए उपलब्ध होते हैं। इसकी सुविधा सिर्फ 1 से 90 दिनों तक ही ली जा सकती है।

MATERNITY INSURANCE : कंपनी द्वारा दी जाएंगी सुविधा

हमेशा मेटरनिटी इंश्योरेंस लेने से पहले हमें इन बातों को ध्यान में रखना चाहिए। जिससे प्रेगनेंसी के दौरान आर्थिक मदद मिलेगी। अगर आप प्रेगनेंसी के लिए इंश्योरेंस करवाने पर विचार कर रहे हैं तो इंश्योरेंस कवर लेने से पहले यह जरूर समझे कि आप जिस बीमा कंपनी से इंश्योरेंस ले रहे हैं वह आपको क्या क्या सुविधा दे रही है। सब सुविधा को अच्छे से समझने के बाद ही आपको मेटरनिटी इंश्योरेंस लेना चाहिए।

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