Emi Reduce Trickes : स्प्रेड दर के सहायता से घटा सकते हैं होम लोन की ईएमआई

Emi Reduce Trickes टेक डेस्क :- हर कोई व्यक्ति चाहता है कि वह किराए के मकान में न रहकर अपने खुद का घर बनाए। घर बनाने का सपना एक बड़ा सपना होता है। अगर आप भी अपने सपने को पूरा करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक ऐसा solution बताएंगे जिससे आप ईएमआई में बचत करके आसानी से अपना घर बना पाएंगे।

Emi Reduce Trickes

Emi Reduce Trickes : स्प्रेड दर से घटा सकते हैं होम लोन

काफी बार देखा जाता है कि लोग अपने घर बनाने के सपने को पूरा करना चाहते हैं। घर बनाने के लिए उन्हें होम लोन लेना पड़ता है। ब्याज दरों की वृद्धि होने के बाद भी होम लोन के बगैर घर बनाना नामुमकिन है। घर बनाने के लिए होम लोन लेने पर हमें हर महीने ईएमआई के साथ-साथ ब्याज भी चुकाना पड़ता है। अगर आप चाहे तो स्प्रेड दर के जरिए आप अपने होम लोन की ईएमआई घटा सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि स्प्रेड दर क्या होता है और कैसे इसकी सहायता से हम अपनी ईएमआई को कम कर सकते हैं। स्प्रेड दर खुदरा कर्ज का ही एक हिस्सा होता है। खुदरा कर्ज के दो महत्वपूर्ण हिस्से होते हैं पहला बेंचमार्क और दूसरा स्प्रेड दर।

Emi Reduce Trickes : कैसे कर सकते हैं ईएमआई में बचत

अगर आपने न्यूनतम 1.90 फीसदी स्प्रेड दर पर होम लोन लिया है तो हम आपको बता दें कि स्प्रेड दर रेपो दर पर आधारित नहीं होता है। अगर रेपो दर में गिरावट आती है तो आपके होम लोन की दर 4 फ़ीसदी पर आ जाती है ऐसे में आपके होम लोन पर ब्याज की दर 5.9% हो जाती है। मान लीजिए किसी दूसरे व्यक्ति ने 6.65 फ़ीसदी स्प्रेड दर से होम लोन लिया है तो पूरी कर्ज अवधि के लिए उनकी अनुमानित ब्याज दर 6.65% तक पहुंच जाएगी।।

Emi Reduce Trickes : पूरी कर्ज अवधि के दौरान स्थिर रहती है स्प्रेड दर

खुदरा कर्ज के दो हिस्से होते हैं एक बेंच मार्क और एक स्प्रेड दर। अगर हम बेंचमार्क की बात करें तो बेंच मार्क वह कम से कम दर होती है जिस पर हम कर्ज ले सकते हैं। यह दर कर्ज दाताओं की नीतियों, महंगाई दर और रेपो दर में बदलाव के आधार पर तय की जाती है। इसीलिए अगर रेपो दर में वृद्धि होती है तो हमारे लिए घर के लिए- लिए गए होम लोन की ईएमआई में भी वृद्धि होगी। वहीं अगर स्प्रेड दर की गणना उधार करता के क्रेडिट स्कोर आय के स्रोत और कर्ज के आकार जैसे पैमानों के आधार पर की जाती है। स्प्रेड दर अलग-अलग उधार कर्ताओं के लिए अलग-अलग तय की जाती है। स्प्रेड दर पर रेपो दर में बढ़ोतरी से कोई फर्क नहीं होता है। यह पूरी अवधि में हमेशा सेम रहती है और होम लोन की दर के साथ जोड़ी जाती है। मार्च 2020 की बात करें तो मार्च 2020 में स्प्रेड दर करीब 3.50 फीसदी थी जो कि मार्च 2023 में घटकर केवल 1.90 फीसदी रह गई है।

Emi Reduce Trickes : इन 4 तरीकों से भी घटा सकते हैं ईएमआई का बोझ

अगर आप अपने ईएमआई को कम करना चाहते है तो मौजूदा उधार दाता से न्यूनतम दर पर लोन को रिफाइनेंस जरूर करवाएं। इससे पहले लगने वाले प्रोसेसिंग शुल्क की भी जांच अवश्य कर लें।

अगर आप अपने ईएमआई को दूसरे तरीके से कम करना चाहते हैं तो किसी दूसरे उधार दाता के साथ बचे कर्ज को ट्रांसफर कराएं। रिफायनिंग शुल्क लीगल शुल्क आदि की अच्छे से जांच कर ले।

अगर आप अपने कर्ज के बोझ को कम करना चाहते हैं तो अपने वित्तीय स्थिति का आकलन करें और अपने ईएमआई के अमाउंट को बढ़ा दे।

वित्तीय स्थिति अच्छी होने पर आप हर साल के शुरुआत में रेगुलर दे रहे ईएमआई के अतिरिक्त एक ईएमआई ज्यादा भरदे। इससे आपकी कर दर भी कम हो जाएगी और आपको कम ब्याज देना होगा।

Emi Reduce Trickes : क्रेडिट स्कोर और आय अच्छी तो ही होगा लाभ

अनुमान लगाया जा रहा है कि 2023 की पहले 3 महीनों में होम लोन की दर का बढ़ना जारी रहेगा। इसलिए आप अगर घर बनाने के लिए होम लोन ले रहे हैं तो सिर्फ ईएमआई का भुगतान ही आपके लिए काफी नहीं होगा। आपको स्प्रेड दर के बारे में भी सोचना होगा। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है और आपकी कमाई भी काफी बेहतर है तो आप न्यूनतम स्प्रेड दर का लाभ उठा पाएंगे।

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