COMPUTER पर घंटों काम करने से होती हैं काफी सारी बीमारियां और TECH DISORDER

COMPUTER टेक डेस्क :- आज के समय में नौकरी पेशा लोग ज्यादातर कंप्यूटर पर काम करते हैं। ऑफिस में घंटों डिजिटल स्क्रीन के सामने बैठने से प्रोफेशनल मैं मेंटल स्ट्रेस और थकान बढ़ जाता है और थकान बढ़ने के कारण टेक डिसऑर्डर का खतरा बढ़ता है। इतना ही नहीं लगातार घंटों कंप्यूटर पर काम करने से कंप्यूटर विजन सिंड्रोम भी हो सकता है। अगर आपको नजर का धुंधला होना, ड्राइनेस, आंखों का लाल होना, जलन होना सिर दर्द होना और गर्दन या कंधों में दर्द होता है तो आप विजन सिंड्रोम के शिकार हो सकते हैं। एक रिसर्च से पता लगा है कि जो भी व्यक्ति 50 से 90% तक कंप्यूटर स्क्रीन पर लगातार काम करता है उस व्यक्ति में इनमें से एक लक्षण जरूर मिलता है। लगातार कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करने से व्यक्ति के मनोवैज्ञानिक पर भी असर भी होता है। वर्कप्लेस पर कम्युनिकेशन स्किल जरूरी होती है। लेकिन आज के समय में ज्यादातर लोग कंप्यूटर पर बिजी रहते हैं जिससे समाज की क्षमता भी कम होने लगती है और कम्युनिकेशन स्किल प्रभावित होती है। इंडियन जर्नल ऑफ़ साइकोलॉजीकल मेडिसिन की एक स्टडी के अनुसार अगर हम लंबे समय तक डिजिटल स्क्रीन देखते हैं तो प्रोडक्टिविटी और वर्क परफॉर्मेंस में भी कमी आती है।

COMPUTER पर घंटों काम करने से होती हैं काफी सारी बीमारियां और TECH DISORDER

COMPUTER पर लगातार घंटों काम करने से होती है काफी सारी बीमारियां

अगर आपको घंटों लैपटॉप या कंप्यूटर पर काम करना होता है तो आपको कुछ नियमों का पालन करना चाहिए। आपको हमेशा कंप्यूटर को अपने आई लेवल से थोड़ा नीचे और चेहरे से 20 से 28 इंच तक दुर रखना चाहिए। लगातार कंप्यूटर पर काम करने से होने वाली थकान को दूर करने के लिए आपको एक 20-20-20 नियम फॉलो करना चाहिए। इस नियम के तहत हर 20 मिनट में स्क्रीन से दूर होकर 20 फीट दूर किसी ऑब्जेक्ट को 20 सेकंड तक लगातार देखना चाहिए। साथ में आपको लगातार समय-समय पर अपनी आंखों को झपकते रहना चाहिए। ऑफिस में लगातार घंटों कंप्यूटर पर काम करने के लिए एक ही पोजीशन में बैठने से आप के पोस्चर पर भी असर पड़ता है। इसीलिए आपको बीच-बीच में ब्रेक लेना चाहिए और थोड़ा Walk कर लेना चाहिए। इससे आपकी मांसपेशियों में खिंचाव कम होगा और आप थोड़ा रिलैक्स महसूस करेंगे। काफी बार आप काम करते करते फोन को अटेंड करते हैं। अगर उस समय पॉसिबल है तो आप Walk करते करते फोन पर बात कर सकते हैं, जिससे आपको थोड़ा रिलैक्स भी होगा और आपको आपकी आंखों को भी आराम मिलेगा।

COMPUTER रिवीजन से बढ़ सकता है सिंड्रोमा का खतरा

काफी लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करने से आपकी आंखों को बार-बार फोकस और रिफॉक्स करना पड़ता है, जिससे आपकी आंखों की मांसपेशियों पर काफी असर पड़ता है। घंटों कंप्यूटर पर काम करने से आपको ब्राइटनेस की संभावना बढ़ जाती है और आपको कंप्यूटर विजन सिंड्रोम का खतरा हो सकता है। डिजिटल स्क्रीन पर दी जाने वाली ब्लू लाइन हमारे शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक में रुकावट पैदा करती है जिससे हमारे स्लीप साइकिल पर असर होता है और काम की एकाग्रता में भी कमी आती है। इसलिए हमें ऑफिस में लगातार काम करते समय 15 या 20 मिनट का ट्रैक फ्री ब्रेक लेना चाहिए ताकि हम अपनी आंखों को आराम दे सके और अपने शरीर को रेस्ट दे सकें।

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