MEDICAL NEWS : क्यों होता है हाथ और पैरों में सुन्नपन और झनझनाहट क्या होगा इसका समाधान

MEDICAL NEWS :  नई दिल्ली :- काफी बार होता है कि हम दिन में कुछ काम करते हैं या फिर सोते हैं तो हमारे हाथ और पैर सुन्न हो जाते हैं। लेकिन क्या शरीर के अन्य हिस्सों पर भी इसका कोई असर पड़ता है। यह जानना हमारे लिए काफी जरूरी है, क्योंकि इसके बाद ही समस्या का कारण और निवारण निकलेगा। आजकल छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक सबको यह दिक्कत होती है। काफी बार सोने के बाद भी हाथ और पैर में सूनापन आ जाता है। खून में ग्लूकोज शुगर का स्तर बढ़ने के कारण मधुमेह होता है जो कमर से शरीर के बाकी हिस्सों तक संकेतों को ले जाने वाली नसों का नुकसान पहुंचाता है। इससे नसों को खून देने वाली रक्त वाहिकाओं को भी नुकसान होता है। कार्पल टनल सिंड्रोम में हाथ की मध्य नस जोकि कलाई के माध्यम से दौड़ती है, उसमें दबाव के कारण यह सुन्न होती हैं। कार्पल टनल सिंड्रोम हाथ और उंगलियों में सुन्ना पन, झुनझुनी और कमजोरी के कारण बन सकती है।

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MEDICAL NEWS :  क्यों होता है हाथ और पैर में सुन्नपन और झनझनाहट

काफी बार स्पाइन में ध्वस्त डिस्क नसों पर भी दबाव डल जाता है जिस वजह से हाथ और पैरों में सुन्नपन और झनझनाहट होती है। रेनॉड की स्थिति तब बनती है जब ठंडे तापमान यात्राओं के दौरान हाथों और पैरों में रक्त वाहिकाएं कसने लगती हैं। इससे प्रभावित हिस्से में सुन्नपर और झुनझुनी हो सकती है। आजकल ज्यादातर लोगों में विटामिन डी की कमी भी पाई जाती है। डॉक्टर का कहना है कि शरीर में विटामिन b12 और डी की कमी से भी नसों में क्षति पहुंचती है।  जिसके कारण हमारे हाथों और पैरों में सुन्नपन होना शुरू हो जाता है। थायराइड ग्रंथियों के कम सक्रिय होने के कारण भी हाथ पैर सुन्न पड़ सकते हैं। गर्दन या फिर पेट में एक नरवरिया कंप्रेस्ड होने से भी हमारे हाथ और पैर लगातार सुन्न होने लगते हैं और यह समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जाती है।

MEDICAL NEWS :  कैसे करें इस समस्या को दूर

अगर आपका पैर भी लगातार कई दिनों से सुन्न होता है तो आपको डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है। विशेष रूप से रक्त परीक्षण हिमोग्लोबिन परीक्षण विटामिन b12 परीक्षण और पूर्ण रक्त गणना जैसी जांच करानी जरूरी है। अगर शरीर में कोई भी कमी है तो कमी को पहचान करने के लिए डॉक्टर से परामर्श करना बहुत जरूरी है। काफी बार हम डॉक्टर से सलाह लिए बिना ही घरेलू उपचार करना शुरू कर देते हैं जो कि गलत है। हमें डॉक्टर की सलाह के बाद ही घरेलू उपचार करना चाहिए और संतुलित और स्वस्थ आहार लेना चाहिए। स्वस्थ आहार में हमें फल, सब्जियां और दुग्ध आदि चीजों का सेवन करना चाहिए। चिकित्सक की सलाह से हमें रोजाना व्यायाम और योग करना चाहिए, जिससे हमारी नसों और मांसपेशियों को आराम मिलेगा। हाथ पैर में तेल की मालिश करनी चाहिए। यह सब करने से आपके हाथ पैरों में होने वाले सुन्नपन और झनझनाहट से आपको काफी आराम मिलेगा।

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